सुबह की पहली किरण: संविद एक्सपर्ट स्कूल


सुबह हमेशा नई होती है, ताज़गी लिये, वातावरण में सृजन के गीत गाती, कोपलों के फूटने का विश्वास जगाती, रात के अंधकार को मिटाती, अंकुरों के स्फुटन का प्रण करती, ओस की बूंदों सी सुबह, मन मस्तिष्क को नई ऊर्जा और नवारंभ को बल देती है।

मानव जीवन में अनेकों उपक्रम, घटनाएँ एवं वास्तविकताएँ उस सुबह की गुनगुनी धूप सी ही होती हैं। इन मखमली आभासों में कुछ शुभ संकेत होते हैं। स्त्री के जीवन में एक ऐसी ही ताज़गी भरी सुबह है संविद एक्सपर्ट स्कूल।

संविद एक्सपर्ट स्कूल एक ऐसा प्रकल्प है जहाँ समाज की उन महिलाओं के सशक्तिकरण पर बल दिया जाता है जिन्हें जीवन की कठोरताओं का सर्वाधिक अनुभव होता है। आर्थिक परतंत्रता हो अथवा उत्पीड़न, इन महिलाओं के पास कार्यकौशल जैसी कोई शक्ति नहीं होती जिसकी सहायता से ये अपने जीवन में रंग भर सकें अथवा अपने परिवार की सहायता के बिना अपने लिए कुछ कर सकें।

संविद एक्सपर्ट स्कूल ऐसी महिलाओं को ब्यूटी पार्लर के साथ सिलाई कढ़ाई, सॉफ्ट टॉयज, आर्टक्राफ्ट जैसे अनेकों विधाओं में पारंगत करता है। उन्हें परीक्षण के साथ रोजगार से संबंधित क्रियाकलापों में संलग्न कर उन्हें स्वाबलंबी बनाता है और आर्थिक स्वाबलंबन से जो पथ बनता है, उसका अंतिम पड़ाव स्वाभिमान ही तो है।

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इस प्रकार अनेकों रोजगारपरक कार्यक्रमों का लाभ लेकर महिलाएँ अपने लिए एक नई सुबह का स्वप्न बुनती हैं जिसमें आर्थिक स्वतंत्रता हो, स्वाबलंबन की चादर ओढ़ ये महिलाएँ अपने लिए स्वाभिमान का एक नव भवन सृजित करती हैं, जिसमें इनके साथ होती है वो सुबह जिसमें स्वतंत्रता की चिड़िया आनंद मंगल के गीत सुनाती है, जहाँ निराश्रित होने के भाव एक शुभ सृजन रचते हैं और कष्टमय अंधेरों को दूर करते हैं।

संविद एक्सपर्ट स्कूल एक प्रयास है जिसके नवांकुर स्फुटित हुए हैं। इस नवसृजन की पहल को अनेकों पड़ाव पार करने हैं। सहयोग अपेक्षित रहेगा।

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