परमशक्तिपीठ के सेवा प्रकल्प “श्री स्वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्सालय योग एवं अनुसंधान केंद्र” में हुआ पतंजलि वेलनेस केंद्र का शुभारंभ

योग, आयुर्वेद एवं नेचुरोपैथी का संगम

परमार्थ के कार्यों से निरंतर समाज की सेवा में अपनी निर्बाध उपस्थिति दर्ज कराता परमशक्तिपीठ के सेवा प्रकल्प “श्री स्वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्सालय योग एवं अनुसंधान केंद्र” में पतंजलि वैलनेस सेंटर का आज एक अगस्त को दिल्ली के विनोद नगर स्थित केंद्र पर विधिवत शुभारंभ किया गया।

इस विशेष अवसर पर परमपूज्य सदगुरुदेव महामंडलेश्वर युगपुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज की विशेष अनुकंपनीय उपस्थिति रही। योगऋषि स्वामी रामदेव जी के साथ पूज्य दीदी माँ साध्वी ऋतंभरा जी के आशीर्वचनों ने भी श्रोतागणों को स्वास्थ के प्रति जागरूक किया। दीदी माँ साध्वी ऋतंभरा ने इस अवसर पर कहा कि पतंजलि एवं परमशक्तिपीठ का ये संगम सुखद है। दीदी माँ ने एक प्रसंग के माध्यम से रोग के सागर को साथ के माध्यम से सुखाने की अपील की। योगऋषि रामदेव जी ने कहा कि सेवा का महायज्ञ जिसके साथ धर्म, आध्यात्म, संस्कृति एवं प्रकृति के साथ मूल में बच्चों के चरित्र निर्माण का कार्य हो सके, उसके लिए सेवा के ये विविध आयाम हैं। यहाँ से प्रतिवर्ष एक लाख लोगों सेवा का प्रण उन्होंने लिया। बाबा रामदेव ने दीदी माँ एवं गुरुदेव से अपनी पहली मुलाकात का भी उल्लेख किया। बाबा रामदेव ने आदरणीय गुरुदेव के व्यक्तित्व की भूरि भूरि प्रशंसा भी की। कोरोना के कारण हुए नुकसान का भी योगऋषि ने उपाय योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा एवं सनातन जीवनपद्दति के रूप में बताया।

आदरणीय गुरुदेव ने भी समारोह को अपने आशीर्वचनों का आशीष देते हुए योग, आयुर्वेद के लाभ के विषय में बताया।

इस अवसर पर परमशक्तिपीठ के संजय भैया जी, साध्वी सत्यप्रिया जी, स्वामी सत्यशील जी, अशोक सरीन जी, शशि महाजन जी, तेजपाल जी, राजकुमार जी, त्रिलोकी जी, महावीर जी, विपिन जी, सतपाल गोयल जी, बलदेव गुप्ता जी, ज्ञान धनेजा जी, सुधीर अग्रवाल जी, के के सेठ जी, राजेश गुप्ता जी, संजय चौहान जी, ताराचंद जी, जनरल पृथ्वी जी, सी पी पाटोदिया जी, विजय मारू जी, राजेंद्र खेतान जी, प्रदीप जी, मोतीलाल सेठी जी, अशोक पाठक जी, संजय श्रीवास्तव जी आदि उपस्थित रहे।

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